मेरे बारे मेँ

  • मेरा नाम संदीप सिंह है, मैं एक आम आदमी हूँ। मेरा पता- भुजही जहानागंज आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश – 276131 भारत ईमेलsandeepsingh@kotmaribudhiyamatamandir.com   मैं दुनिया भर में कई पवित्र स्थलों, मंदिरों और पिरामिडों का दौरा करता हूं जहां मुझे प्रत्यक्ष मार्गदर्शन और दृष्टि मिलती है। मैं दृढ़ता से महसूस करता हूं कि मानवता के रूप में यह हम पर निर्भर है कि हम स्वयं परिवर्तन करें। और यह मेरा सपना है कि जब हम पृथ्वी पर एक नया सपना सृजित करते हैं, तो उस परिवर्तन के लिए दूसरों के लिए व्यक्तिगत सशक्तिकरण खोजने के लिए जगह बनाएं। और मैं इस तरह के सहयोग की योजना के लिए मंदिर को आधार के रूप में देखता हूं।
  • कृपया मेरे अभियान में दान और सहयोग करें: – मंदिर के लिए लंबे समय तक चलने वाली सामग्री और मंदिर बनाने वाली कार्यशालाओं की अंतर्निहित लागत के लिए धन जुटाने के लिए।
  • फंड किस लिए हैं: – कोटमरी बुढ़िया माता मंदिर नवनिर्माण, यह मुख्य कार्यशाला स्थान होगा, समाज सेवा (बूढ़े इंसान और गरीब लोगो की मदद करना)
  • फंडिंग ब्रेकडाउन: –यदि अभियान पर्याप्त धन नहीं जुटता है, तो मैं केवल इसी तरह की छोटी परियोजना बनाने के लिए धन का उपयोग करूंगा। यदि यह निर्धारित राशि से अधिक राशि जुटता है तो इस धनराशि का उपयोग परियोजना के विस्तार के लिए किया जाएगा।
आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, आप सभी को धन्यवाद। आर्थिक रूप से दान और सहयोग करके मेरा समर्थन करें।

जिंदगी एक राज है , जो मिल गया वो अपना .... जो ना मिला वो सपना.....

जैसे जैसे मेरी उम्र में वृद्धि होती जा रही है, मुझे समझ मैं आता जा रहा है, कि अगर मैं Rs. 300 की घड़ी पहनूं या Rs. 3000 की या 30,000 की, तीनों  समय एक जैसा ही बताएंगी।

मेरे पास Rs. 300 का बैग हो या Rs. 3000 का, इसके अंदर के सामान में कोई परिवर्तन नहीं होंगा।

मैं 300 गज के मकान में रहूं या 3000 गज के मकान में, तन्हाई का एहसास एक जैसा ही होगा।

आख़िर में मुझे यह भी पता चला कि यदि मैं बिजनेस क्लास में यात्रा करूं या इक्नामी क्लास में, अपनी मंजिल पर उसी नियत समय पर ही पहुँचूँगा।

इसीलिए, अपने बच्चों को बहुत ज्यादा अमीर होने के लिए प्रोत्साहित मत करो बल्कि उन्हें यह सिखाओ कि वे खुश कैसे रह सकते हैं और जब बड़े हों, तो चीजों के महत्व को देखें, उसकी कीमत को नहीं।

फ्रांस के एक वाणिज्य मंत्री का कहना था –

ब्रांडेड चीजें व्यापारिक दुनिया का सबसे बड़ा झूठ होती हैं, जिनका असल उद्देश्य तो अमीरों की जेब से पैसा निकालना होता है, लेकिन गरीब और मध्यम वर्ग लोग इससे बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं।

क्या यह आवश्यक है कि मैं Iphone लेकर चलूं फिरू, ताकि लोग मुझे बुद्धिमान और समझदार मानें??

क्या यह आवश्यक है कि मैं रोजाना Mac’d या KFC में खाऊँ ताकि लोग यह न समझें कि मैं कंजूस हूँ??

क्या यह आवश्यक है कि मैं प्रतिदिन Friends के साथ उठक-बैठक Downtown Cafe पर जाकर लगाया करूँ, ताकि लोग यह समझें कि मैं एक रईस परिवार से हूँ??

क्या यह आवश्यक है कि मैं Gucci, Lacoste, Adidas या Nike का ही पहनूं ताकि High Status वाला कहलाया जाऊँ??

क्या यह आवश्यक है कि मैं अपनी हर बात में दो चार अंग्रेजी शब्द शामिल करूँ ताकि सभ्य कहलाऊं??

क्या यह आवश्यक है कि मैं Adele या Rihanna को सुनूँ ताकि साबित कर सकूँ कि मैं विकसित हो चुका हूँ??

नहीं दोस्तों !!!

मेरे कपड़े तो आम दुकानों से खरीदे हुए होते हैं।

Friends के साथ किसी ढाबे पर भी बैठ जाता हूँ।

भुख लगे तो किसी ठेले से ले कर खाने में भी कोई अपमान नहीं समझता।

अपनी सीधी सादी भाषा मे बोलता हूँ।

चाहूँ तो वह सब कर सकता हूँ जो ऊपर लिखा है।

लेकिन,

मैंने ऐसे लोग भी देखे हैं जो एक Branded जूतों की जोड़ी की कीमत में पूरे सप्ताह भर का राशन ले सकते हैं।

मैंने ऐसे परिवार भी देखे हैं जो मेरे एक Mc,d के बर्गर की कीमत में सारे घर का खाना बना सकते हैं।

बस मैंने यहाँ यह रहस्य पाया है कि बहुत सारा पैसा ही सब कुछ नहीं है, जो लोग किसी की बाहरी हालत से उसकी कीमत लगाते हैं, वह तुरंत अपना इलाज करवाएं।

मानव मूल की असली कीमत उसकी नैतिकता, व्यवहार, मेलजोल का तरीका, सहानुभूति और भाईचारा है, ना कि उसकी मौजुदा शक्ल और सूरत।

सूर्यास्त के समय एक बार सूर्य ने सबसे पूछा, मेरी अनुपस्थिति में मेरी जगह कौन कार्य करेगा??

समस्त विश्व मे सन्नाटा छा गया। किसी के पास कोई उत्तर नहीं था। तभी कोने से एक आवाज आई।

#दीपक ने कहा – “#मैहूंना” मैं अपना पूरा प्रयास करुंगा।

आपकी सोच में ताकत और चमक होनी चाहिए। छोटा-बड़ा होने से फर्क नहीं पड़ता, सोच बड़ी होनी चाहिए। मन के भीतर एक दीप जलाएं और सदा मुस्कुराते रहें।

जिंदगी बहुत खूबसूरत है तू हंसी वह मुस्कुराएंगे ..

मत कर इस जमाने में उम्मीद किसी से ,

तेरे अंदर इतना साहस है कि तू अकेला ही काफी है,

 तू चल तो सही ,  खुद की खोज में निकल तो सही,

 देखना एक दिन निश्चय ही तुम हर मुकाम हासिल करोगे,

 जो तुम चाहते हो

 अपने आपको मत बांधो बंदिशों की बेड़ियों में

मत चाटो किसी  के टलवे ,  किसी से इज्जत की भिक मत मांगो यहां सब अपने अपने मतलब से जुड़े हैं तुमसे ..

 बस खुद पर विश्वास रखो  ,बहुत कुछ बदल सकते हो तुम,

 बस खुद पर विश्वास रखो सब कुछ कर सकते हो तुम

🚩🚩🎪जय माता दी🎪🚩🚩

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